नई दिल्ली : यूं तो भारत के पीठ में ख़ंजर भोकने का काम हमेंशा से ही गद्दार पाक करता आया है। लेकिन वो कभी सीना चौड़ा करके कभी भारत का सामना नहीं कर पाया है। लेकिन पाक की धरती पर आंतक को पनाह देने वाला पाक कभी आंतक पर काबू नहीं कर पाया है। वो कहता है उसके देश में कोई आतंकी नहीं है।
ये सब बहुत अच्छे से जानते है कि पाक की बातों में कितनी सच्चाई है। पाक चाहता तो है भारत को खत्म करना लेकिन वो ये भी जानता है कि ये उसके बस के बात नहीं । तभी वो अपने देश में आतंक को बोता है पनाह देता है और फिर भारत के खिलाफ हमले के लिए इस्तेमाल करता है।
ये पढ़े : पढ़े, 1 April से आपकी जेब पर भी पड़ेगा कोई असर...?
उन्ही में से एक है जश्करे तैयबा का आका हाफिज सईद। जो इन दिनों भारत को कड़ी चेतावनी दे रहा है। और कह रहा कि भारत पर हमला करों। दरसल इन दिनों हाफिज सईद अपने 12 आतंकी के मारे जाने से बौखला गया है और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ दो। याद हो कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां और अंनतनाग में पिछले एक दशक की सबसे बड़ी मुठभेड़ हुई। जिसमें 12 आतंकियों को मौत के घाट उतारने वाला भारत अब सईद की नजरों में चढ़ा हुआ है। जिससे वो कभी भी भारत पर बड़ा हमला कर सकता है।
भारतीय सेना द्वारा दहशत गर्दों को ढे़र करने पर दक्षिण कश्मीर में हालात तनावपूर्ण हैं और अलगाववादी नेताओं ने बंद का आह्वान किया है। बंद से घाटी में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। वहीं जम्मू कश्मीर और बारामूला में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से ठप्प पड़ी है। भारतीय सेना की इस कार्रवाई से लश्कर-ए तैयबा के प्रमुख और मुंबई हमले का सूत्रधार हाफिज सईद बेचैन हो गया है। उसको डर है कि आने वाले दिनों में भारत इसी तरह उसके साथियों को मारता जाएगा।
सेना का ऑपरेशन ऑल आउट आतंकियों पर कैसे और कितना भारी पड़ रहा है। ये पड़ोसी देश पाक अच्छे से समझ गए। गौरतलब है कि इस साल तीन महीनों में सेना ने कश्मीर में 52 आतंकवादियों को मार गिराया है। सेना की इस कार्रवाई के बाद हाफिज सईद ही नहीं कश्मीर में रहने वाले अलगाववादी भी खलबला गए है।
वहीं शोपियां में ढेर हुए आतंकवादियों को हुर्रियत ने कहा है कि भारतीय सेना ने शोपियां हमले पर फर्जी एनकाउंटर कर बेगुनाहों को मारा है। हाफिज सईद की बौखलाहट से एक चीज तो साफ है कि भारत सरकार की नीतियां आंतकियों पर काफी भारी पड़ रही है तभी तो आपा खो बैठा सईद भारत पर हमले की चेतावनी दे रहा है।
नई दिल्ली से ज्योति सिंह