उन्नाव : सरकार किसानों से सम्पर्क स्थापित करने के लिये क्रषि विभाग और उधान विभाग के साथ ही खुद भी ग्राम स्वराज अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रमों में किसानों से सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
इसी कडी में एक साथ लगभग पूरे प्रदेश में किसान गोस्ठी का आयोजन किया गया था, लेकिन सरकार के प्रयास उस वक्त धूल धूसरित होते नजर आये जब किसान गोस्ठी में किसान पहुंचे और विरोध में हंगामा कर गेंहूं क्रय केन्द्र पर चल रही धन उगाही और अव्यवस्था की शिकायत की।
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इन स्थितयों में गेहूं क्रय केंद्रों पर सरकार द्वारा भेजे गए जांच अधिकारी भले ही केंद्रों को क्लीनचिट दे रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। किसानों का दर्द कुछ दूसरी ही कहानी बयां कर रहा है। विकासखंड बीघापुर परिसर में चल रहे एफसीआई के गेहूं खरीद केंद्र पर चल रही अनियमितताओं पर जिले के अधिकारी गेहूं खरीद केंद्र का निरीक्षण कर केंद्र प्रभारी को क्लीन चिट भले ही दे रहे हों लेकिन कुछ चीजें ऐसी रहीं जो किसानों के कहने के बावजूद भी निरीक्षण करने आने वाले अधिकारी नजरअंदाज करते रहते हैं।
जिसके बाद नाराज किसान किसान गोस्ठी में पहुंच कर विरोध में अधिकारियों को खरी खोटी सुना कर कार्यवाही की मांग करते दिखे। किसानों की माने तो तौल केन्द्र पर तौल 51 किलो की कराई जा रही है। किसानों से पल्लेदारी के नाम पर 20 रूपये प्रति कविंटल वसूला जा रहा है और न देने पर तौल न कराकर गोदाम खाली न होने और बोरे न होने की बात कह कर वापस किया जाता है।
उन्नाव से अरूण अवस्थी